Indians Politics
Home Indians Politics
चुनाव में अब Political strategist रणनीतिकार की मदद से राजनेता जनता के दिल दिमाग...
पेट्रोल और डालर की कीमतों को 50 रूपये , 60 रूपये के बीच में स्थिर रखने के बीजेपी और उनके समर्थकों का दावा जुमला साबित हो गया और पेट्रोल की कीमत अपने एतिहासिक उंचाई 100 के बराबर पहुँच गयी | लेकिन लोगो को अभी भी कांग्रेस के समय की मंहगाई ही याद है यह है प्रशांत किशोर के CAG का कमाल |
आप महाराजा हैं कुछ गरीब पर दया करें मालिक
बीजेपी ने तीन साल पहले अपनी शुरुआत के बाद से, गुमनाम दान की सुविधा देने वाले इलेक्टोरल बांड की शुरुवात की , राजनीतिक चंदे...
सम्पूर्ण भारत वर्ष में कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति में कमी, वैक्सीन केंद्र पर...
सम्पूर्ण भारत वर्ष में कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति में कमी
कार्टून- गुपचुप
Follow us on instagram
गोष्ठीमंथन की नजर से
वादाखिलाफी या झूठ नहीं बल्कि एक जुमला था -कार्टून- गुपचुप
कार्टून- गुपचुप
वादाखिलाफी या झूठ नहीं बल्कि एक जुमला था
Follow us on instagram
गोष्ठीमंथन की नजर से -
शक्तिशाली टोटका
गुपचुप - PM Modi to Inaugurate Rudraksha Convention Centre in Varanasi On July 15 2021
Follow us on instagram
गोष्ठीमंथन की नज़र से- cartoon GoshtheeManthan art...
गुपचुप – अच्छे दिन चले जाएँगे
पेट्रोल सौ के पार , मंहगाई , बेरोजगारी , गरीबी , काला धन रुका नहीं , इसके अलावा विदेशी बैंक में करोडो रूपया जमा हो गया , क्या यही '' अच्छे दिन '' का सपना दिखाया था मोदी जी ने.
Congress Party कांग्रेस पार्टी को क्यों पुराने दिग्गज कांग्रेसी मंझधार में छोड़ कर भाग...
जब टीवी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा पार्टी में शामिल होने की खबर आ रही थी | तब ज्यादातर लोगों को लगा था कि...
Indian politics भारतीय राजनीति एक उभरता हुआ व्यापार
भूखमर्रा देशों की 107 देशों के लिस्ट में भारत पीछे से 94 नंबर पर है global hunger index 2020 के अनुसार | जातपांत में भटके रहोगे तो आपका ही नुकसान है नेता का कुछ नुकसान नहीं होगा | आज के दौर में राजनीति सबसे सक्सेसफुल व्यवसाय है |
Side effects of deforestation पेड़ काटने से प्रकृति के पर्यावरण और मानवता पर खतरनाक...
पेड़ काटना विकास नहीं है बल्कि भविष्य की बर्बादी की योजना है |
Corona ( कोरोना ) कहीं प्रकृति की चेतावनी तो नहीं
लोगों ने प्रकृति के साथ अन्याय किया है | कुदरत का नियम है जब भी उसके सृष्टि को किसी भी प्रकार से खतरे का अहसास होता है अपने तरीके से बदलाव करती है |