कोरबा  कुसमुंडा :  बेरोजगारी की समस्या देश के साथ साथ विश्व की सबसे बड़ी ज्वलंत समस्या है |  भारत में 1.89 करोड़ लोग बेरोजगार हैं | प्रतिवर्ष इसके दर में बढ़ोतरी हो रही है | छत्तीसगढ़ में लगभग 2016 के आंकड़ा के अनुसार 6 लाख 13 हज़ार 322 बेरोजगार थे जो अब बढकर 23 लाख हो गयी है | कोरबा जिले में ही लगभग लाखों लोग बेरोजगार है|  स्थायी नौकरी नहीं मिलने से हजारों युवा बड़ी बड़ी डिग्री लेकर बेकार होकर बेरोजगारों की कतार में खड़े हैं | विभागों में रिक्तियां नहीं होने से सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही है |  ऐसी स्थिति में एस ई सी एल बिलासपुर द्वारा प्रायोजित कौसल प्रशिक्षण बेरोजगारी को कम करने में सहायक सिद्ध होगा |

निःशुल्क आवासीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम

भारत सरकार की रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार की संस्था सिपेट ( सेन्ट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्लास्टिक्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी ) द्वारा भूविस्थापित बेरोजगारों को कौसल विकास कर, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उम्मीदवार चयन हेतु कौन्सिलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया | यह कार्यक्रम कुसमुंडा स्थित व्ही. टी. सी. ( वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर ) में दिनांक 18 फ़रवरी 2019 को आयोजित किया गया |

सिपेट द्वारा भू विस्थापितों को प्रशिक्षण : गोष्ठीमंथन
सिपेट द्वारा भू विस्थापितों को प्रशिक्षण : गोष्ठीमंथन

 

इस कार्यक्रम में एरिया ट्रेनिंग ऑफिसर कुसमुंडा श्री एम. एल. शामद, नोडल अधिकारी भू राजस्व श्री आर के बधावन, व्ही. टी. सी. कुसमुंडा प्रभारी श्री यू.के.गुप्ता, वरिष्ठ राजस्व निरीक्षक श्री बी. के. पाण्डेय, सिपेट के काउंसिलिंग प्रभारी श्री शैलेष मिश्रा, ट्रेनिंग प्राध्यापक ( इंस्ट्रक्टर ) श्री व्ही. एन. झा, श्री हर्षवर्धन शर्मा, कुसमुंडा क्षेत्र के विभिन्न ग्राम रिस्दी, पाली, गेवरा, जठराज एवं अन्य ग्रामों के ग्रामवासी और  ग्राम प्रमुख उपस्थित थे | इस कार्यक्रम में सिपेट कौन्सिलिंग प्रभारी श्री मिश्रा द्वारा जानकारी दी गयी कि सिपेट भारत सरकार की रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार की संस्था है | इस संस्थान की शुरुवात चेन्नई में सन 1968 से हुआ था | भारतवर्ष में इसके अब तक 33 सेंटर संचालित हैं | रायपुर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015 में प्रशिक्षण का पहला बेच चालू हुआ था | कोरबा में एक नए सेंटर का शीघ्र शुभारम स्याहीमुड़ी कोरबा में 22 फ़रवरी 2019 को होने जा रहा है |इसका उदघाटन माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ श्री भूपेश बघेल जी के द्वारा किया जायेगा | श्री मिश्रा जी ने बताया कि एस ई सी एल बिलासपुर के तत्वाधान में कुसमुंडा क्षेत्र में  सी.एस. आर. योजनांतर्गत  बेरोजगार भू विस्थापितों को प्रशिक्षण देने हेतु उम्मीदवार चयन हेतु कार्यक्रम रखा गया है | इसमें चालीस उम्मीदवारों का चयन किया जायेगा | यह प्रशिक्षण पूर्णतया निःशुक्ल रहेगा | जो की 6 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम है | प्रशिक्षण के दौरान आवास भोजन की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी, सम्पूर्ण खर्च एस ई सी एल वहन करेगा | इसमें 18 से 30 वर्ष के युवक युवती सम्मिलित हो सकते हैं | वर्ग के अनुसार पिछड़ा वर्ग को आयु में तीन वर्ष तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को पांच वर्ष की छूट दी जायेगी | यह प्रशिक्षण रायपुर स्थित सिपेट के संस्थान में दिया जायेगा | प्रशिक्षण समाप्ति के उपरांत तुरंत सिपेट द्वारा जाब सेटलमेंट कराया जायेगा | इसमें दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली प्लास्टिक आधारित उत्पादों मशीन ऑपरेटर – प्लास्टिक प्रोसेसिंग  की ट्रेनिंग दी जाएगी |

भू विस्थापितों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है | इस प्रशिक्षण का लाभ लेकर स्वयं की जीवन स्तर में सुधार ला सकते हैं |

 

ब्रजेश श्रीवास

एडिटर इन चीफ, गोष्ठीमंथन

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